हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , असग़रिया स्टूडेंट्स ऑर्गनाइजेशन पाकिस्तान ने गाज़ा के मजलूम लोगों के साथ एकजुटता व्यक्त करते हुए इजरायली आक्रमण और बर्बरता की कड़ी निंदा की है।
असग़रिया स्टूडेंट्स ऑर्गनाइजेशन के नेता सकलैन अली जाफरी ने कहा कि हाल के दिनों में "समुद्री फ़्लोटिला" के काफ़िले पर इजरायली बलों द्वारा हमला और उसमें शामिल वैश्विक हस्तियों, विशेष रूप से सीनेटर मुश्ताक अहमद और अन्य साथियों को गिरफ्तार करना न केवल मानवाधिकारों का उल्लंघन है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय कानूनों का खुला अपमान भी है।
उन्होंने आगे कहा कि हम स्पष्ट करते हैं कि मानवता की सेवा और मजलूम फिलिस्तीनी लोगों के पक्ष में उठने वाली हर आवाज़ को दबाना इजरायल और उसके संरक्षकों की घिनौनी मंशा को उजागर करता है। दुनिया के विवेक को झकझोर देने वाले ये लोग मानवता के सच्चे नायक हैं जिनके बलिदानों को इतिहास हमेशा याद रखेगा।
उन्होंने आगे कहा कि असग़रिया स्टूडेंट्स ऑर्गनाइजेशन की मांग है कि संयुक्त राष्ट्र और मानवाधिकारों की वैश्विक संस्थाएं तुरंत इजरायली अत्याचारों पर ध्यान दें, सभी गिरफ्तार प्रतिभागियों की तत्काल रिहाई सुनिश्चित करें और फिलिस्तीनी लोगों को उनका अधिकार-आज़ादी दिलाने में अपनी भूमिका निभाएं। फिलिस्तीन की आज़ादी तक हमारा समर्थन और संघर्ष जारी रहेगा।
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